अगर कोई व्यक्ति आज के समय में तेजी से पैसा कमाना चाहता है तो इसके लिए उसके पास कई तरीके मौजूद होते हैं जिनमें से सबसे बेहतरीन तरीका होता है ट्रेडिंग! दुनिया भर के कई छोटे-बड़े ट्रेडर ट्रैडिंग के द्वारा नियमित तौर पर काफी पैसा कमाते हैं। अगर आप भी एक ट्रेड बनना चाहते हैं तो आपको ट्रेडिंग के सभी प्रकारों के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए। अगर आप नहीं जानते कि ‘ट्रैडिंग कितने प्रकार की होती है’ तो यह आर्टिकल पूरा पढ़ें क्योंकि इसमें इसमें हमने ट्रेडिंग क्या है से लेकर ट्रेडिंग के प्रकार (Types of Trading in Hindi) तक सभी चीजें बताई हैं |
Table of Contents
ट्रैडिंग क्या होती है?
इस लेख में हम आपको ट्रेडिंग के प्रकारों के बारे में बताने वाले हैं परंतु पहले आपको यह पता होना चाहिए कि आखिर ट्रेडिंग क्या होती है तो जानकारी के लिए बता दे की किसी भी एसेट को खरीदने और बेचने को ट्रेडिंग कहा जाता है। सामान्य तौर पर ट्रेडिंग शब्द का उपयोग स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग के लिए किया जाता है परंतु ट्रेडिंग और भी कई एसेट्स जैसे की क्रिप्टोकरंसी, गोल्ड और मेटेरियल आदि में भी होती है। ट्रेडिंग का उद्देश्य मुनाफा होता है जिसके लिए लोग एसेट्स को कम कीमतों पर खरीद कर अधिक कीमत में बेचते हैं।
ट्रैडिंग कितने प्रकार की होती है?
ट्रेडिंग के सभी प्रकारों की जानकारी हम आपको आसान भाषा में देंगे परंतु पहले आपको यह जानना जरूरी है कि आखिर ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है? मुख्य रूप से ट्रेडिंग के 8 प्रकार माने जाते हैं जिनमें Intraday trading, Swing trading, Scalping, Positional trading, Fundamental trading, Technical trading, Delivery trading और Momentum trading शामिल होती है।
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ट्रेडिंग के प्रकार – Types of Trading in Hindi
अगर आप स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करके उससे पैसे कमाना चाहते हो तो पहले आपको ट्रेडिंग की पूरी जानकारी होनी चाहिए। स्टॉक मार्केट में रुचि रखने वाले काफी सारे लोगों को ट्रेडिंग के प्रकारों के बारे में अधिक जानकारी नहीं होती। अगर आप भी ट्रेडिंग के प्रकार (Types of Trading in Hindi) की जानकारी नहीं रखते तो जैसा कि हमने आपको बताया इसके 8 प्रकार होते हैं जिम ट्रेड अपनी-अपने रुचि के अनुसार ट्रेड करते है। अगर बात की जाए ट्रेडिंग के आठ प्रकारों की, तो वह कुछ इस प्रकार है:
1. Intraday Trading
ट्रेडिंग का सबसे लोकप्रिय और महत्वपूर्ण प्रकार है इंट्राडे ट्रेडिंग जिसे अगर सरल भाषा में समझा जाए तो स्टॉक मार्केट में लिस्टेड स्टॉक को एक ही दिन में खरीदना और बेचना इंट्राडे ट्रेडिंग कहलाता है। इंट्रा डे ट्रेडिंग सबसे अधिक की जाने वाली ट्रेडिंग में से एक है जिसका मुख्य कारण इसमें काफी कम समय में काफी अच्छा मुनाफा बना है। क्योंकि इंट्राडे ट्रेडिंग में ब्रोकर से मार्जिन मिल जाता है तो ऐसे में निवेशक इसमें निवेश के अनुसार काफी अच्छा मुनाफा कमा पाता है, जो कई अन्य प्रकारों में संभव नहीं।
2. Swing Trading
स्विंग ट्रेडिंग एक लोकप्रिय प्रकार की ट्रेडिंग है जिसे काफी सारे निवेशक इसलिए करते हैं क्योंकि इसमें इंट्राडे ट्रेडिंग के मुकाबले इसमें थोड़ा कम रिस्क होता है। टेक्निकल एनालिसिस का उपयोग करते हुए स्विंग ट्रेडर ट्रेड को लेकर अपना निर्णय बनाते हैं और उसके बाद बाजार में पैसा निवेश करते हैं। इस प्रकार की ट्रेडिंग में कम समय में अच्छा खासा मुनाफा कमाने की कोशिश की जाती है। स्विंग ट्रेडिंग की स्टाइल कहीं ना कहीं डे ट्रैडिंग और ट्रेंड ट्रेडिंग के बीच की होती है जिसमें ट्रैडर कम समय में अच्छा मुनाफा कमा लेते है।
3. Scalping
स्टॉक मार्केट में स्टॉक की कीमत लगाकर घटते बढ़ती रहती है तो ऐसे में काफी सारे ट्रेड ऐसे रहते हैं जो लगातार घट बढ़ रही इस कीमत का फायदा उठाते है काफी तेजी से स्टॉक को खरीदने और बेचते हैं। एक अच्छी खासी अमाउंट का उपयोग करके वह इस तरह से दिन में 10 से लेकर सैकड़ों ट्रेड ले लेते हैं और छोटे-छोटे प्रॉफिट करते हुए एक बड़ा प्रॉफिट बना लेते हैं। इस ट्रेडिंग रणनीति को भी स्कालपिंग कहा जाता है जो काफी सारे अनुभवी ट्रैडर करते है और इससे अच्छा मुनाफा कमाते है।
4. Position Trading
पोजीशन ट्रेडिंग स्टॉक मार्केट में निवेश करने के लिए सबसे बेहतरीन तरीकों में एक मानी जाती है जिसमें स्टॉक्स में महीनो या फिर कई बार सालों तक के लिए निवेश करके रखा जाता है जिससे कि अच्छा मुनाफा कमाया जा सके। पोजीशन ट्रेडिंग में सामान्य तौर पर किसी भी स्टॉक में लंबे समय के लिए निवेश करने से पहले उसके मोमेंटम का एनालिसिस किया जाता है और उस उसके बाद ही उसमें निवेश किया जाता है।
5. Fundamental Trading
फंडामेंटल ट्रेडिंग में किसी भी कंपनी की एनालिसिस करके उसकी भविष्य के बारे में प्रेडिक्शन की जाती है और उसके बाद उस कंपनी के स्टॉक में निवेश किया जाता है। इस तरह की ट्रेडिंग में फंडामेंटल एनालिसिस के बाद स्टॉक में निवेश किया जाता है और लंबे समय तक स्टॉक को होल्ड करके रखा जाता है जब तक की अच्छा मुनाफा ना कमाया जा सके। काफी सारे समझदार निवेदक फंडामेंटल ट्रेडिंग करते हैं और इससे अच्छा मुनाफा कमाते हैं।
6. Technical Trading
जिन निवेशकों की टेक्निकल एनालिसिस अच्छी होती है वह स्टॉक की टेक्निकल एनालिसिस करने के बाद उनमें ट्रेड लेते हैं और इस ट्रेडिंग रणनीति को टेक्निकल ट्रेडिंग कहा जाता है। टेक्निकल ट्रेडिंग में सामान्य तौर पर स्टॉक की टेक्निकल एनालिसिस करके उसके प्राइस मोमेंटम को समझा जाता है और उसे स्टॉक के भविष्य का अंदाजा लगाया जाता है जिसके अनुसार स्टॉक में ट्रेड लिया जाता है। इस तरह की ट्रेडिंग में ट्रेडर चार्ट, पैटर्न और टेक्निकल इंडिकेटर्स का उपयोग करते हैं।
7. Delivery trading
इसमें कसी कम्पनी के शेयर लम्बी अवधि के लिए ख़रीदे जाते हैं और शेयर की डिलीवरी ली जाती है, अब आप जब चाहें तब इन शेयरों को बेच सकते हैं | डिलीवरी ट्रेडिंग में जोखिम कम होता है क्योंकि हम ख़रीदे गए शेयरों को लम्बे समय बाद बेचते हैं | और लम्बे समय में किसी शेयर की प्राइस बढ़ने के ज्यादा चांस होते हैं | डिलीवरी ट्रेडिंग में आपको ब्रोकर की ओर से कोई मार्जिन नहीं मिलता हैं यानी पूरी पूंजी ट्रेडर को खुद लगानी पड़ती है |
8. Momentum Trading
जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है की मोमेंटम ट्रेडिंग पूरी तरह से किसी भी स्टॉक के मोमेंटम पर निर्भर करती है। इस तरह की ट्रेडिंग में स्टॉक के मोमेंटम के हिसाब से ट्रेड दिया जाता है अर्थात जब स्टॉक की कीमत बढ़ रही होती है तब उसमें निवेश किया जाता है और जैसे ही वह घटने लगती है तब तुरंत प्रॉफिट बुक कर दिया जाता है। इस तरह की ट्रेडिंग में थोड़ा रिस्क तो होता है परंतु काफी सारे ट्रेड इससे अच्छा मुनाफा कमाने में कामयाब हो जाते हैं। इस प्रकार की ट्रेडिंग में स्टॉप मोमेंटम एनालिसिस काफी जरूरी होती है।
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कौन सा प्रकार आपके लिए सबसे सही है?
इस लेख में हम आपको स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग के सभी प्रकारों के बारे में पूरी जानकारी दे चुके हैं जिसमें हमने आपको न केवल ट्रेडिंग के प्रकारों के बारे में बताया बल्कि साथ में यह भी बताया कि आखिर किस तरह से किसी प्रकार की ट्रेडिंग की जाती है जिससे कि आप ट्रेडिंग के प्रकारों को थोड़ा अधिक गहराई से समझ सके। अगर आप नहीं जानते कि आखिर कौन सा प्रकार आपके लिए सबसे सही है तो यह पूरी तरह से स्टॉक मार्केट में वर्तमान समय में आपके अनुभव के स्तर पर निर्भर करता है।
अगर आप स्टॉक मार्केट में काफी नए हैं तो पोजीशन ट्रेडिंग जैसा ट्रेडिंग का प्रकार आपके लिए सबसे बेहतर साबित हो सकता है जिसमें आप अच्छी कंपनियों के स्टॉक में कुछ समय के लिए पैसे निवेश कर सकते हैं जिससे मुनाफा होने की संभावना अधिक रहती है और साथ ही इसमें आपको अधिक समय भी नहीं देना होगा परंतु वही अगर आप स्टॉक मार्केट में एक्टिव रह सकते हैं तो इंट्राडे ट्रेडिंग या फिर मोमेंटम ट्रेडिंग जैसे ट्रेडिंग आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।
अगर आपके पास ट्रेडिंग करने के लिए काफी अच्छा खासा बजट है और आप स्टॉक मार्केट की अच्छी खासी समझ रखते हैं तो आप स्काल्पिंग कर सकते हैं जिसमें आप काफी सारे छोटे-छोटे प्रॉफिट एक दिन में ही बुक कर सकते हैं और छोटे-छोटे प्रॉफिट बुक करते हुए एक बड़ा प्रॉफिट बना सकते हैं। अगर आप इंट्राडे की रिस्क से डरते हैं तो ऐसे में आप स्विंग ट्रेडिंग कर सकते हैं जिसमें आप अपना काफी ब्रोकरेज भी बचाएंगे और रिस्क कम होने के साथ-साथ मुनाफे की संभावनाएं भी बढ़ जाएगी।
अगर आप स्टॉक मार्केट का अधिक अनुभव नहीं रखते परंतु आपके व्यवसाय समझ में आता है तो आप फंडामेंटल ट्रेडिंग कर सकते हैं जिसमें आप किसी भी कंपनी के भविष्य का प्रेडिक्शन करते हुए उसके स्टॉक में निवेश कर सकते हैं क्योंकि जिस तरह से कंपनी परफॉर्मेंस देगी उसी तरह से उसका स्टॉक भी परफॉर्म करेगी। वहीं अगर आप अच्छे हैं टेक्निकल एनालिसिस में तो ऐसे में आप टेक्निकल ट्रेडिंग करके स्टॉक मार्केट में प्रॉफिट कमा सकते हैं जिसमें सब कुछ आपकी टेक्निकल एनालिसिस स्किल्स पर निर्भर करता है।
निष्कर्ष!
इस बात में कोई दो राय नहीं है कि स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग काफी कम समय में काफी अच्छा पैसा कमाने के लिए मौजूद सबसे बेहतरीन तरीकों में से एक है। परंतु स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग से पैसे कमाना बिल्कुल भी आसान नहीं होता। इसके लिए आपके पास पूरी जानकारी और अनुभव होना चाहिए। ट्रेडिंग कई प्रकार की होती है परंतु कई लोग ट्रेडिंग के प्रकारों के बारे में नहीं जानते। यही कारण है कि हमने यह लेख तैयार किया जिसमें हमने स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग के प्रकार (Types of Trading in Hindi) बताएं और उनकी पूरी जानकारी आसान भाषा में दी।
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